The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



विधिः कृष्ण पक्ष के शनिवार से इकतीस दिन तक नित्य रात के समय एक माला जप उपर्युक्त मन्त्र का करें। इस कृत्य से मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय यही मन्त्र ग्यारह बार पढ़कर एक-दो बताशे /मिठाई अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री को खिला देंगे, वह वशीभूत हो जायेगी। मन्त्र में अमुकी के स्थान पर स्त्री का और अमुक के स्थान पर अपना नाम बोलना चाहिए।

वशीकरण हमेशा नैतिक नहीं होता है. किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. वशीकरण हमेशा सफल नहीं होता है. इसका प्रभाव व्यक्ति की इच्छाशक्ति और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है. वशीकरण के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. अगर वशीकरण गलत तरीके से किया जाए, तो इसका व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

कामाख्या वशीकरण मंत्र को प्रयोग करते समय सभी नियमों और धार्मिक आदेशों का पालन करना चाहिए। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली तंत्रिक तकनीक है, जिसे विशेष ध्यान और समझ से प्रयोग किया जाना चाहिए।

इस दिन मुलाकात करने से प्यार में मधुरता आती है और गहरा हो जाता है.

कुछ लोगों को वशीकरण मंत्र का उपयोग करके अच्छे परिणाम मिलते हैं, जबकि दूसरे लोगों को इसका कोई प्रभाव नहीं दिखता है। इसलिए, यह अहम है कि आप वशीकरण मंत्र का सही ढंग से उपयोग करें और अनुभवी व्यक्ति की मदद लें, यदि आवश्यक होवशीकरण मंत्र का खतरा

ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना का तिलक का उपाय

चेतावनी: किसी भी मंत्र का उपयोग केवल सकारात्मक और नैतिक उद्देश्यों के लिए करें। इसे किसी की स्वतंत्र इच्छा को बाधित करने, छल करने, या अनैतिक लाभ के लिए प्रयोग न करें, क्योंकि इससे नकारात्मक परिणाम और दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मंत्र जाप में पवित्रता, श्रद्धा, और सच्ची भावना आवश्यक है। इसे मनोरंजन या खेल के रूप में न लें। यदि अनुभव न हो, तो किसी योग्य गुरु या विशेषज्ञ का मार्गदर्शन लें।

इन्हें धारण करने से व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना में जप के दौरान जिस माध्यम पर प्रयोग करना है उसका नाम ले.

अलफ गुरु गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान सात वार फलानी को जा रान, न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहिन read more की तीन तलाक।

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

इस लेख में, हम वशीकरण मंत्र के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे किया जाता है और इसके पीछे की विज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण क्या है।

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

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